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लखनऊ में दिल दहला देने वाली घटना: कर्ज और ससुराल की प्रताड़ना से परेशान कपड़ा व्यापारी ने पत्नी और बेटी संग की आत्महत्या

रिपोर्ट: दर्शन गुप्ता

लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र स्थित अशरफाबाद कॉलोनी में सोमवार को एक हृदय विदारक घटना सामने आई, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी (45) ने कर्ज और पारिवारिक तनाव से परेशान होकर पत्नी सुचिता और बेटी के साथ जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।

ससुराल की संपत्ति विवाद बना मौत की वजह

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि शोभित रस्तोगी के ससुराल की संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस मामले में शोभित के साढ़ू विवेक और उसकी पत्नी मुदिता के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।

एसीपी चौक राजकुमार सिंह ने बताया कि यह मुकदमा शोभित के भाई शेखर की तहरीर पर दर्ज किया गया है। विवेक और मुदिता को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है।

सुसाइड नोट में आत्मग्लानि और बेबसी

पुलिस को मिले सुसाइड नोट में शोभित और उनकी पत्नी सुचिता ने कर्ज, पारिवारिक उपेक्षा और अपमान के बारे में लिखा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बैंक से लोन लिया था, जो समय के साथ बढ़ता गया। दोनों ने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई साथ नहीं आया।

ससुराल में हुआ था अपमान

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि शोभित और उनकी पत्नी ने अपने साढ़ू विवेक व उसकी पत्नी मुदिता को लाखों रुपये उधार दिए थे। जब आर्थिक हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने पैसे वापस मांगे, लेकिन विवेक ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया और फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

करीब 15 दिन पहले शोभित अपनी पत्नी और बेटी के साथ नेपालगंज स्थित ससुराल गए थे, जहां उन्होंने संपत्ति के बंटवारे की बात की, लेकिन विवेक ने न केवल उन्हें बेइज्जत कर भगाया, बल्कि यह भी कहा कि,

"यह नेपालगंज है, यहां वही होगा जो मैं चाहूंगा।"

इस अपमान से आहत होकर शोभित सपरिवार लौट आए और कुछ ही दिन बाद यह आत्मघाती कदम उठा लिया।

बेटी ने दी थी अंतिम जानकारी

घटना की जानकारी तब हुई जब सोमवार तड़के शोभित की बेटी ने हालत बिगड़ने पर बड़ी मम्मी को फोन किया। जब तक परिवारवाले पहुंचे, तीनों की मौत हो चुकी थी।

एक साथ किया गया अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों को गुलाला घाट ले जाया गया, जहां शोभित के भाई शरद और शेखर ने मुखाग्नि दी। इस दौरान माहौल बेहद गमगीन था और पूरे मोहल्ले में मातम पसरा रहा।

सामाजिक जिम्मेदारी पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि मानसिक तनाव, आर्थिक दबाव और पारिवारिक उपेक्षा कैसे एक खुशहाल परिवार को तबाह कर सकती है।

पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही विवेक व मुदिता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।


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