ब्यूरो रिपोर्ट: जहीन खान ✍️
उन्नाव। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चालाकन टोला का एक मामला रहस्यमयी बनता जा रहा है। यहाँ के रहने वाले 65 वर्षीय महावीर सब्जी लेने गए थे लेकिन फिर कभी वापस नहीं लौटे। घटना को एक वर्ष बीत चुका है, लेकिन आज तक महावीर का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
महावीर के पुत्र और पुत्रवधू गीता देवी ने 16 अक्टूबर 2024 को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सफीपुर थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच के बावजूद न तो महावीर का कोई पता चला और न ही घटना की सच्चाई सामने आई।
अब इस पूरे प्रकरण में आरोपों के घेरे में आए हैं महावीर के ही भतीजे सर्वेश कुमार, जिन पर क्षेत्रीय कोटेदार और कुछ लोगों ने शक जताया है। सर्वेश कुमार पिछले 20 वर्षों से अपने बाग में महावीर से बागवानी का काम कराते रहे हैं। वह उन्नाव जिले के निवासी हैं और अपने बगीचे में आम, कटहल और मिर्च की खेती करते हैं।
पीड़ित परिवार का कहना है कि महावीर, उनका बेटा बुद्धि लाल और नाती कमल पत्नी गीता देवी के साथ मिलकर दैनिक और मासिक मजदूरी पर सर्वेश के खेतों में काम करते थे। लेकिन अब मोहल्ले के कुछ लोग सिर्फ सर्वेश को ही दोषी ठहराने में जुटे हैं, जबकि परिवारजन का दावा है कि वह निर्दोष हैं।
फिलहाल एक साल बीत जाने के बाद भी पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं है और परिजनों को न्याय की उम्मीद अधर में लटकी हुई है।
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