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"सरस्वती शिशु मंदिर बिसवां में मां सरस्वती जन्मोत्सव, ऋतुओं के राजा वसंत उत्सव और विद्यारंभ संस्कार का भव्य आयोजन"


ब्यूरो रिपोर्ट अमित गुप्ता सीतापुर बिसवां आज दिनांक 3 फरवरी 2025, सोमवार को सरस्वती शिशु मंदिर पुरवारी टोला बिसवां, सीतापुर में एक ऐतिहासिक और भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दो प्रमुख उत्सव मनाए गए – मां सरस्वती का जन्मोत्सव और ऋतुओं के राजा वसंत का उत्सव। इसके साथ ही विद्यारंभ संस्कार के तहत पाटी पूजन का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा से भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के स्वागत और वंदना से हुई। इस पावन अवसर पर विद्यालय के पूर्व छात्र परिषद के अध्यक्ष श्रीमान रोहित मिश्रा जी अपनी धर्मपत्नी के साथ, साथ ही श्री मनुज गुप्ता जी और श्री मुन्नालाल मौर्य जी समेत विद्यालय प्रबंध समिति के कई मान्यवर उपस्थित रहे। इसके अलावा, जिला सेवा प्रमुख श्री महानारायण जी, श्री जयसिंह विभाग सेवा प्रमुख, श्री गुरुदत्त जी कुटुंब प्रबोधन प्रमुख, साधारण सभा के सदस्य श्री बलराम सिंह वर्मा जी, बालिका विद्या मंदिर की अध्यक्षा श्रीमती रजनी गुप्ता जी और मातृ भारती की कोषाध्यक्ष श्रीमती किरण गुप्ता जी समेत अन्य सम्मानित अतिथि और अभिभावक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

विद्यारंभ संस्कार के अंतर्गत पाटी पूजन में 37 बच्चों ने सहभागिता की। इन बच्चों ने मां सरस्वती के चरणों में नतमस्तक होकर उनसे जीवन में सफलता और ज्ञान प्राप्त करने का आशीर्वाद लिया। यह दृश्य अत्यंत भावुक और प्रेरणादायक था, क्योंकि इन बच्चों के लिए यह पहला कदम था, जो उन्होंने ज्ञान की ओर बढ़ाया था।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा कई आकर्षक और दिल छू लेने वाले प्रस्तुतियाँ दी गईं। इनमें सरस्वती वंदना, देशभक्ति गीत और घोष प्रमुख थे। इसके अतिरिक्त, भैया-बहनों द्वारा वेणु वादन भी किया गया, जिसने वातावरण में एक अद्भुत आकर्षण उत्पन्न किया। इन प्रस्तुतियों ने सभी उपस्थित जनों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम को यादगार बना दिया।

आधिकारिक रूप से, नगर से लगभग 405 माताएं, बहनें और अभिभावक बंधु इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इनकी उपस्थिति से कार्यक्रम को एक सामूहिक और सांस्कृतिक महत्व मिला। विद्यालय के प्रमुख शिक्षक श्री रामानुज चौरसिया जी ने सभी उपस्थित अतिथियों, अभिभावकों और माता-पिताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया और उनका आभार व्यक्त किया।

इसके अलावा, श्री अमित आचार्य जी ने हिंदी साहित्य के महान कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की काव्य रचनाओं और छायावादी युग पर विचार प्रस्तुत किए। वहीं, श्री राकेश दीक्षित आचार्य जी ने वीर हकीकत राय जी के बलिदान दिवस के अवसर पर उनके साहस और बलिदान पर प्रकाश डाला। इन विचारों ने बच्चों और अभिभावकों को प्रेरित किया और उन्हें देश की वीरता और साहित्यिक धरोहर के प्रति जागरूक किया।

अंत में, कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ। प्रधानाचार्य श्री रामानुज चौरसिया जी ने सभी को शुभकामनाएं दीं और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। इस पूरी घटना ने विद्यालय के माहौल को विशेष बना दिया और सभी को एक साथ मिलकर शिक्षा और संस्कृति के महत्व को समझने का अवसर प्रदान किया।

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