अंकुल गुप्ता की रिपोर्ट सीतापुर
सकरन (सीतापुर): सांडा क्षेत्र के किसानों पर संकट गहराता जा रहा है। बीएम आर्यावर्त बैंक की स्थानीय शाखा के नवागत प्रबंधक द्वारा बिना एनपीए खाताधारकों के भी खाते सील किए जाने से किसान हताश और परेशान हैं। खेतों में बुवाई का सीजन होने के बावजूद किसान खाद-बीज के लिए भटक रहे हैं, लेकिन बैंक प्रबंधन किसी भी तरह की रियायत देने को तैयार नहीं है।
बैंकों में दलालों का बोलबाला, किसानों से हो रही अवैध वसूली
किसानों का आरोप है कि शाखा प्रबंधक के मातहत कुछ दलाल सक्रिय हैं, जो कर्ज वसूली के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। किसान यदि इस अनियमितता का विरोध करते हैं, तो उनके खातों को सील कर दिया जाता है। मजबूरन किसानों को अपने खेत बंटाई पर देने पड़ रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।
शाखा प्रबंधक के रवैये से नाराज किसान
किसानों का कहना है कि उन्होंने अपने खेतों को गिरवी रखकर कर्ज लिया था, लेकिन अब खातों को अचानक सील कर देना अन्यायपूर्ण है। बैंक की इस कार्रवाई से किसान अपने बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी और खेती-किसानी के खर्च पूरे नहीं कर पा रहे।
प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
किसानों ने बैंक प्रबंधन और उच्चाधिकारियों से मामले की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला तो मजबूरी में उन्हें अपनी जमीन तक बेचनी पड़ सकती है।
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