विशेष संवाददाता लखनऊ
लखनऊ, 24 अप्रैल। पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रदेश भर के पंचायत सहायकों ने लखनऊ स्थित पंचायती राज निदेशालय में एकजुट होकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आवाज़ बुलंद की। इस अवसर पर पंचायत सहायकों ने मानदेय वृद्धि, स्थायीत्व और अन्य समस्याओं को लेकर विभागीय अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की।
बैठक के दौरान पंचायत सहायकों ने निदेशक और उप निदेशक को एक मांग पत्र भी सौंपा, जिसमें प्रमुख रूप से मानदेय को 26,910 रुपये प्रतिमाह तक बढ़ाने, इसे डीबीटी के माध्यम से सीधे खाते में भेजने, तथा नियुक्तियों को स्थायी किए जाने की मांगें शामिल थीं। इसके अतिरिक्त सीएससी केंद्र के माध्यम से मिलने वाली 5 रुपये की प्रोत्साहन राशि समाप्त करने की भी मांग की गई।
पंचायत सहायकों ने बताया कि वर्तमान में उन्हें दिए जा रहे मानदेय से जीवनयापन करना अत्यंत कठिन है। ऐसे में मानदेय वृद्धि और नौकरी में स्थायित्व ही उनके भविष्य को सुरक्षित बना सकता है। विभाग की ओर से हुई बातचीत को सकारात्मक बताते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही सरकार इस दिशा में ठोस निर्णय लेगी।
इस मौके पर वैभव यादव, अभिषेक मौर्य, वैशाली पटेल, आकाश यादव, नीरज, सौम्य विश्वकर्मा, निपुण पाल, आनंद कुमार, गीता राजपूत समेत अनेक पंचायत सहायक उपस्थित रहे, जिन्होंने एक स्वर में अपनी मांगों को सामने रखा।
पंचायत सहायकों ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो वे आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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