Hot Posts

6/recent/ticker-posts

बैंक से बंधक प्रॉपर्टी को बिल्डर ने बेटी संग मिलकर धोखे से बेचा, अब आवंटी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर - लखनऊ

रिपोर्ट: कल्लू उर्फ रजनीश, लखनऊ 

लखनऊ। राजधानी के गणेशगंज तकिया स्थित भूखंड संख्या 137/13 पर निर्मल डेवलपर्स के नाम से अपार्टमेंट बनाकर बिल्डर संतोष अग्रवाल ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र से लोन लिया और छह फ्लैट आम लोगों को बेच डाले। अब वही आवंटी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि बैंक ने वर्ष 2022 में उक्त अपार्टमेंट को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है।

फ्लैट खरीदारों के साथ छल

फ्लैट खरीदारों का आरोप है कि बिल्डर ने फ्लैट बेचते समय यह बात छुपाई कि पूरी संपत्ति पहले से ही बैंक से बंधक है। इस कारण बैंक द्वारा खाली कराने का नोटिस मिलने तक उन्हें असल स्थिति की जानकारी ही नहीं थी। फ्लैट की रजिस्ट्री कराते समय भी बैंक से संबंधित कोई दस्तावेज साझा नहीं किए गए।

बिल्डर की बेटी पर भी गंभीर आरोप

मामले में चौंकाने वाला पहलू यह है कि जिस बैंक — बैंक ऑफ महाराष्ट्र — से लोन लिया गया, उसमें बिल्डर संतोष अग्रवाल की बेटी उच्च पद पर कार्यरत है। आवंटियों का आरोप है कि इस साठगांठ के चलते रजिस्ट्री के समय बैंक से संबंधित जरूरी जानकारी जानबूझकर छिपाई गई। इससे प्रतीत होता है कि यह धोखाधड़ी एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई है।

आवंटी भयभीत, न्याय की गुहार

पीड़ित आवंटियों — ज्योति माहेश्वरी, वत्स गुप्ता, कुमकुम सिन्हा, वैभव अग्रवाल और श्रुति — ने कई बार शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद वे आज भी अपने ही घर में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और मानसिक तनाव में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

क्या मिलेगा इंसाफ?

अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस गंभीर प्रकरण में किस स्तर तक कार्रवाई करता है और पीड़ितों को उनका हक दिलाने में कितनी तत्परता दिखाता है। पीड़ितों को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें न्याय मिलेगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

Post a Comment

0 Comments