ब्यूरो रिपोर्ट - तशरीफ़ अली, किठौर माछरा (मेरठ)
मेरठ जनपद के विकास खंड माछरा में शनिवार, 2 अगस्त 2025 को दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों के लिए एक दिवसीय परामर्श एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समेकित शिक्षा के अंतर्गत ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) माछरा में संपन्न हुआ, जिसमें अभिभावकों को दिव्यांगता से संबंधित शैक्षिक एवं सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ माछरा के खंड शिक्षा अधिकारी श्री अजय कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं संबोधन के साथ किया गया। उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि "दिव्यांग बच्चों के लिए केवल सहानुभूति नहीं, बल्कि समुचित सुविधा, समर्पण और जागरूकता की आवश्यकता है। अभिभावकों की जागरूकता ही बच्चों के भविष्य को उज्जवल बना सकती है।"
इस अवसर पर प्रदेशीय प्रशिक्षक चांद मोहम्मद ने रिसोर्स पर्सन के रूप में सहभागिता निभाई। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, जैसे- सहायता उपकरण वितरण, विशेष छात्रवृत्ति, समेकित शिक्षा कार्यक्रम, ट्रांसपोर्ट सुविधा, होम बेस्ड एजुकेशन और समावेशी शिक्षा जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
विशेष शिक्षक प्रमोद कुमार एवं शिवकेश तिवारी ने प्रतिभागियों को विभागीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों, स्कूलों में विशेष बच्चों के लिए दी जा रही सहायता सेवाओं एवं समावेशी कक्षाओं की कार्यप्रणाली से अवगत कराया।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में विकास खंड माछरा के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत दर्जनों दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों ने भाग लिया और अपने अनुभव भी साझा किए। कई अभिभावकों ने पहली बार इस तरह की जानकारी पाकर प्रसन्नता व्यक्त की और भविष्य में ऐसी कार्यशालाओं की निरंतरता की मांग भी की।
कार्यक्रम की सफलता में बीआरसी स्टाफ से चारू शर्मा, इमरान अहमद, अमरीश शर्मा, सोनू कुमार और अजय कुमार का विशेष योगदान रहा, जिनके समन्वय और सक्रिय सहयोग से आयोजन सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ।
इस तरह की कार्यशालाएं दिव्यांग बच्चों के समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो न सिर्फ जागरूकता बढ़ाती हैं, बल्कि अभिभावकों को सशक्त बनाकर शिक्षा व्यवस्था को और अधिक संवेदनशील और सक्षम बनाती हैं।
0 Comments