किठौर/माछरा (मेरठ)। ब्यूरो चीफ — तशरीफ़ अली
ब्लॉक संसाधन केंद्र माछरा में बुधवार, 15 अक्टूबर 2025 को दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों के लिए एक एक दिवसीय परामर्श एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समेकित शिक्षा योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी श्री अजय कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “दिव्यांग बच्चों के लिए केवल सहानुभूति नहीं, बल्कि समर्पण, सुविधाएं और जागरूकता आवश्यक हैं। अभिभावक यदि जागरूक होंगे, तो बच्चों का भविष्य निश्चित रूप से उज्ज्वल बनेगा।”
इस मौके पर प्रदेशीय प्रशिक्षक तशरीफ़ अली व चांद मोहम्मद ने रिसोर्स पर्सन के रूप में अभिभावकों को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए संचालित योजनाओं — जैसे सहायता उपकरण वितरण, विशेष छात्रवृत्ति, समेकित शिक्षा कार्यक्रम, ट्रांसपोर्ट सुविधा, होम बेस्ड एजुकेशन और समावेशी शिक्षा — पर विस्तृत जानकारी दी।
विशेष शिक्षक प्रमोद कुमार, शिवकेश तिवारी और गौरव शर्मा ने विभागीय संसाधनों व विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए उपलब्ध विशेष सेवाओं की जानकारी साझा की।
कार्यशाला में विकास खंड माछरा के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत दर्जनों दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। कई अभिभावकों ने पहली बार इस प्रकार की जानकारी प्राप्त कर प्रसन्नता व्यक्त की और भविष्य में ऐसी कार्यशालाओं के नियमित आयोजन की मांग की।
कार्यक्रम की सफलता में चारू शर्मा, चांद मोहम्मद, इमरान अहमद, अमरीश शर्मा, सोनू कुमार व अजय कुमार सहित बीआरसी स्टाफ का विशेष योगदान रहा।
इस अवसर पर प्रेमचंद, प्रदीप शर्मा, नूर हसन, आभा सिंह, सफीया मुकर्रम, रिफाकत, नाजिम, हरभजन आदि उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला दिव्यांग बच्चों के समावेशी विकास की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुई, जो न केवल अभिभावकों में जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि उन्हें सशक्त बनाकर शिक्षा व्यवस्था को अधिक संवेदनशील बनाती है।
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