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प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से प्रदेश के युवा बन रहे आत्मनिर्भर खादी ग्रामोद्योग विभाग की पहल से हजारों को मिला रोजगार

स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻 

शाहजहांपुर, 19 दिसम्बर।
प्रदेश में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मजबूत माध्यम बनता जा रहा है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को स्वयं का उद्योग स्थापित करने के लिए आसान ऋण और अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे वे रोजगार पाने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बन सकें।

योजना के अंतर्गत निर्माण क्षेत्र में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के उद्यमियों को अधिकतम 50 लाख रुपये तक तथा सेवा/व्यापार क्षेत्र में अधिकतम 20 लाख रुपये तक की परियोजनाओं के लिए ऋण सुविधा प्रदान की जाती है। परियोजना लागत के आधार पर ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य वर्ग को 25 प्रतिशत, महिला एवं आरक्षित वर्ग को 35 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र में क्रमशः 15 और 25 प्रतिशत तक मार्जिन मनी अनुदान दिया जाता है, जो तीन वर्ष सफल संचालन के बाद छूट में परिवर्तित हो जाता है।

प्रदेश सरकार युवाओं को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए पीएमईजीपी योजना को प्रभावी रूप से लागू कर रही है। योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्योगों की स्थापना कर रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। 18 वर्ष से अधिक आयु के इच्छुक अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

खादी ग्रामोद्योग विभाग के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 3382 इकाइयों को 90.06 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी वितरित की गई, जिससे 27,060 लोगों को रोजगार मिला। वहीं वित्तीय वर्ष 2025-26 में 2482 लक्ष्यों के सापेक्ष 2383 इकाइयों की स्थापना कर 26,213 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। अब तक प्रदेश में इस योजना के तहत 30,560 से अधिक इकाइयों की स्थापना कर 3,06,848 व्यक्तियों को रोजगार दिया जा चुका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश के युवा नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें—और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम इस लक्ष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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