ब्यूरो रिपोर्ट: अतुल पटेल उर्फ राजू, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
लखनऊ, 1 अगस्त 2025। राजधानी लखनऊ के बालागंज क्षेत्र स्थित JPS चिल्ड्रेन हॉस्पिटल ने पर्यावरण-संवेदनशीलता की दिशा में एक अनूठी पहल करते हुए समाज के सामने स्वास्थ्य और प्रकृति को जोड़ने का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। अस्पताल अब से हर उस बच्चे के नाम पर एक पेड़ लगाएगा, जो यहां से इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौटता है।
"एक बच्चा स्वस्थ हो, एक पेड़ हरा हो – यही है हमारे कल का संकल्प," यह कहना है अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र कुमार वर्मा का। उनके साथ डॉ. पवन कुमार गुप्ता और डॉ. एस.एस. चौहान जैसे समर्पित चिकित्सकों की टीम इस अभियान को पूरी निष्ठा से आगे बढ़ा रही है।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, यह पहल केवल एक प्रतीकात्मक कार्य नहीं, बल्कि एक गंभीर पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है। हर पौधा न केवल उस बच्चे के जीवन की जीत का प्रतीक होगा, बल्कि यह आने वाले समय में धरती के संरक्षण और हरियाली बढ़ाने में भी योगदान देगा।
डॉ. जितेन्द्र ने बताया कि जब किसी माता-पिता को अस्पताल से डिस्चार्ज रिपोर्ट के साथ एक "हरित स्मृति" – यानी पौधा दिया जाता है, तो वह पल उनके जीवन का एक भावनात्मक और स्थायी अनुभव बन जाता है।
अस्पताल के इस कार्य को स्थानीय स्तर पर काफी सराहना मिल रही है। यह पहल बताती है कि चिकित्सा केवल शरीर तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसमें प्रकृति और भावनात्मक जुड़ाव का भी समावेश होना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ यदि इस अभियान को देखेंगे, तो संभवतः वे इस विचार को राज्य स्तर पर लागू करने की दिशा में प्रेरणा प्राप्त करेंगे, ऐसा विश्वास अस्पताल प्रबंधन ने जताया है।
जब पूरा विश्व जलवायु संकट से जूझ रहा है, ऐसे समय में JPS चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की यह पहल एक नई राह दिखाती है। यह बताती है कि एक छोटा सा बीज – चाहे वह जीवन का हो या पौधे का – कैसे बड़े परिवर्तन की शुरुआत बन सकता है।
अस्पताल का नाम: जे.पी.एस. चिल्ड्रेन हॉस्पिटल
स्थान: बालागंज, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
यह अभियान आने वाले दिनों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक स्थायी आंदोलन का रूप ले सकता है, जिसकी शुरुआत एक अस्पताल ने अपने कर्तव्य और संवेदनशीलता के साथ की है।
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