ब्यूरो रिपोर्ट — जहीन खान ✍️
बहराइच।
मेडिकल कॉलेज, बहराइच में नवजात चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की गई है। यहाँ पहली बार एक नवजात शिशु पर एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन जैसी जटिल और जीवनरक्षक प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई। यह प्रक्रिया डॉ. विपुल अग्रवाल एवं डॉ. विकास की टीम ने SNCU इंचार्ज डॉ. अरविन्द शुक्ला के मार्गदर्शन में संपन्न की।
🩺 नवजात की स्थिति
शिशु (B/o संजू w/o सुशील, निवासी – रेऊसा, जनपद सीतापुर) को अत्यधिक पीलिया (Severe Neonatal Hyperbilirubinemia) की गंभीर स्थिति में SNCU में भर्ती किया गया था। जांच में शिशु का सीरम बिलीरुबिन स्तर 46 mg/dl पाया गया — जो सामान्य स्तर से कई गुना अधिक था और मस्तिष्क को स्थायी क्षति पहुँचा सकता था।
💉 उपचार और परिणाम
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा टीम ने तत्काल एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया शुरू की। पूरी प्रक्रिया सफल रही और उपचार के बाद नवजात की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। फिलहाल शिशु पूरी तरह स्वस्थ है।
🏥 मेडिकल कॉलेज की उपलब्धि
SNCU इंचार्ज डॉ. अरविन्द शुक्ला ने बताया —
“यह प्रक्रिया मेडिकल कॉलेज बहराइच में पहली बार की गई है। पहले ऐसे गंभीर मामलों को लखनऊ रेफर करना पड़ता था, लेकिन अब हमारे पास प्रशिक्षित टीम और सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं।”
👨⚕️ प्राचार्य की प्रतिक्रिया
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) संजय खत्री ने इस सफलता पर टीम को बधाई देते हुए कहा —
“SNCU टीम ने उत्कृष्ट कार्य किया है। यह उपलब्धि हमारे संस्थान की चिकित्सा दक्षता, टीम भावना और समर्पण का प्रमाण है। अब बहराइच मेडिकल कॉलेज नवजात गहन चिकित्सा सेवाओं में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है।”
👪 परिजनों का आभार
शिशु के परिजनों ने कहा कि —
“मेडिकल कॉलेज बहराइच की टीम ने हमारे बच्चे को नई ज़िंदगी दी है। हम सभी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन के प्रति आभारी हैं।”
यह सफलता न केवल मेडिकल कॉलेज बहराइच के लिए गौरव का विषय है, बल्कि जनपद और आसपास के जिलों के लिए भी एक प्रेरणादायक स्वास्थ्य उपलब्धि मानी जा रही है।

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